क्रीड़ाएँ व्रीड़ा में परिणत । मल्ल भल्ल की-- मारें मूर्छित हुईं, निशाने चूक गए हैं । क्रीड़ाएँ व्रीड़ा में परिणत । मल्ल भल्ल की-- मारें मूर्छित हुईं, निशाने चूक गए ...
कहां तक गाऊं गुण तेरे हुए हैं खतम शब्द मेरे, भले ही जग रचना तेरी मगर यशोदा लाला है त कहां तक गाऊं गुण तेरे हुए हैं खतम शब्द मेरे, भले ही जग रचना तेरी मगर यश...
गहरी रातें घने अंधेरे दीपक बन अब जलना होगा आज मुझे विष पीना होगा। गहरी रातें घने अंधेरे दीपक बन अब जलना होगा आज मुझे विष पीना होगा।
किसने विष घोला जल में, मृत्यु को दिया निमंत्रण किसने विष घोला जल में, मृत्यु को दिया निमंत्रण
अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई घाव मिले। अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई ...
जाने कब मैं बड़ा हो गया अपने पैरों पर खड़ा हो गया, वक्त का साया ऐसा था न धेला था न प जाने कब मैं बड़ा हो गया अपने पैरों पर खड़ा हो गया, वक्त का साया ऐसा था ...